प्रस्तावना
यह मस्जिद नीति नेपाल के
संविधान के तहत तैयार
की गई है, जो
धर्म की स्वतंत्रता, कानून
के समक्ष समानता, और गरिमा के
साथ जीवन जीने के
अधिकार की गारंटी देता
है। इस नीति का
उद्देश्य यह सुनिश्चित करना
है कि मस्जिद की
गतिविधियाँ और सामुदायिक निर्णय
कानून, समावेशिता, और न्याय के अनुसार लिए
जाएँ, न कि व्यक्तिगत
स्वार्थ या भेदभाव के
आधार पर।
धरा नम्बर धराको नाम
1. कानून की सर्वोच्चता
a) मस्जिद या मुस्लिम समाज
के भीतर कोई भी
व्यक्ति या समूह ऐसा
कोई कार्य नहीं करेगा जो
नेपाल के संविधान या
कानून के विरुद्ध हो।
b) कोई भी व्यक्ति
या समुदाय मस्जिद अथवा धर्म के
नाम पर अपने निजी
स्वार्थ के लिए कानून
को तोड़ नहीं सकता।
2. दान की स्वैच्छिकता
a) मस्जिद में रखरखाव, चैरिटी
या अन्य किसी उद्देश्य
से दिया गया धन
स्वैच्छिक होना चाहिए।
b) किसी भी मुस्लिम
को दान देने के लिए मजबूर, धमकाया, या दबाव नहीं डाला जा
सकता।
c) दान न देने
पर किसी व्यक्ति को
सजा, बहिष्कार, या अपमान नहीं किया जा
सकता।
3. बहिष्कार और भेदभाव से सुरक्षा
a) कोई भी मुस्लिम
या मुस्लिम परिवार, चाहे वे आर्थिक
स्थिति में कमजोर हों,
किसी भी कारण से
बहिष्कृत नहीं किया जा
सकता — चाहे वह दान
न देना हो या
अन्य सामाजिक कारण।
b) किसी व्यक्ति को
धार्मिक या सामाजिक कारणों
से बहिष्कृत करना, बदनाम करना, या हिंसा करना पूरी तरह अवैध
है और उसके खिलाफ
कानूनी कार्रवाई की जा सकती
है।
c) सभी मुसलमानों को
समान धार्मिक अधिकार प्राप्त हैं, चाहे उनकी
आर्थिक स्थिति कोई भी हो।
4. विवाह और सामाजिक सहभागिता
a) विवाह एक पारिवारिक और
व्यक्तिगत मामला है। कोई गरीब
मुस्लिम परिवार अपने बेटे या
बेटी की शादी अपनी
हैसियत के अनुसार कर
सकता है।
b) यदि वह परिवार
किसी विशेष व्यक्ति या परिवार को
शादी में आमंत्रित नहीं
करता, तो इससे पूरा
मुस्लिम समाज उस परिवार का बहिष्कार नहीं कर सकता।
c) ऐसा कोई भी
सामूहिक बहिष्कार या फैसला जो गरीब परिवार
के सम्मान और अधिकार को
ठेस पहुँचाता है, वह अवैध
है।
5. मस्जिद समिति और धार्मिक नेताओं की जिम्मेदारियाँ
a) मस्जिद समिति और इमाम की
जिम्मेदारी है कि वे
एकता, न्याय, और करुणा को बढ़ावा दें।
b) उन्हें यह सुनिश्चित करना
चाहिए कि कोई भी
फैसला संविधान, धर्म की स्वतंत्रता, और नैतिक मूल्यों के विरुद्ध न
हो।
c) वे किसी भी
प्रकार के धार्मिक दबाव, अन्याय, या शोषण का विरोध करें।
6. कानूनी दायित्व और दंड
a) कोई भी व्यक्ति
या समूह जो अवैध
बहिष्कार, धमकी, या धार्मिक शक्ति का दुरुपयोग करता है, उसके
खिलाफ नेपाल के कानून के
अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
b) पीड़ित व्यक्ति को सरकार, मानवाधिकार
संगठनों, और न्यायालय से
कानूनी सुरक्षा लेने का पूरा
अधिकार है।
7. समानता और भाईचारे को बढ़ावा
a) मस्जिद और मुस्लिम समाज
का कर्तव्य है कि वे
भाईचारे, समानता, और सम्मान का वातावरण बनाए
रखें।
b) गरीबी, आर्थिक स्थिति या सामाजिक मतभेद
को कभी भी धर्म के नाम पर विभाजन या बहिष्कार का कारण नहीं बनाया जाना चाहिए।
निष्कर्ष
यह मस्जिद नीति इस बात
की पुष्टि करती है कि
कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है, और धर्म का दुरुपयोग किसी के निजी स्वार्थ या सामाजिक अन्याय के लिए नहीं किया जा सकता। प्रत्येक मुस्लिम
का यह कर्तव्य है
कि वह अपने व्यक्तिगत
और सामाजिक जीवन में न्याय,
करुणा, और संवैधानिक मूल्यों का पालन करे।